उत्तराखंड शहीद की शहादत का ऐसा अपमान? कौन सुनेगा बुजुर्ग पिता की गुहार?
लाचार पिता सिस्टम के आगे रो रहे हैं...लेकिन सिस्टम के के सिर पर नींद सवार है। आखिर कब पिता की बात सुनेगा ये सिस्टम?
उत्तराखंड की किस्मत न जाने किस कलम से लिखी गई है। शहीदों के खून से सिंची इस धरती में शहादत ही आंसू बहा रही है। लेकिन क्या मज़ाल कि सिस्टम के कान में जूं तक रेंगे। ये तस्वीर भी एक शहीद की है, जिसके लाचार पिता सिस्टम के आगे रो रहे हैं...लेकिन सिस्टम के के सिर पर नींद सवार है..किसी की शहादत पर सड़कों पर उतर जाते हैं, नारेबाज़ी करते हैं। घरों को चले जाते हैं और चैन की नींद सो जाते हैं...मन को बस ये दिलासा देते हैं कि चलो आज कुछ काम किया। फिर उसके बाद क्या? फिर कहां चली जाती है वो शहादत? फिर कहां चली...
...Click Here to Read Full Article