उत्तराखंड में चीन सीमा पर पहला न्यू जनरेशन ब्रिज बनकर तैयार, जानिए खूबियां
असी गंगा नदी पर बने इस पुल से सेना की राह आसान हो गई है। स्थानीय लोगों को भी इससे फायदा होगा। आगे जानिए इस पुल को न्यू जनरेशन ब्रिज क्यों कहा जा रहा है...
बीआरओ ने भारतीय सेना की राह आसान कर दी है। उत्तरकाशी में भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला देश का पहला न्यू जनरेशन ब्रिज बनकर तैयार है। उत्तरकाशी से पांच किलोमीटर दूर गंगोत्री हाईवे पर बने इस बेली ब्रिज को गंगोरी के पास बनाया गया है। सीमा सड़क संगठन यानी बीआरओ द्वारा तैयार इस ब्रिज की भार क्षमता 70 टन है। असी गंगा नदी पर बने इस पुल से सेना की राह आसान हो गई है। स्थानीय लोगों को भी इससे फायदा होगा। बेली ब्रिज की खूबियां क्या हैं, और इसे न्यू जनरेशन ब्रिज क्यों कहा जा रहा है, ये भी बताते हैं। आमतौर पर ...
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