पहाड़ की अंतहीन पीड़ा..अस्पताल के लिए पैदल चलते चलते हुआ महिला का प्रसव
गांव के कच्चे रास्ते पर चलते-चलते रामप्यारी के पैरों में छाले पड़ गए। कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद भी जब मदद की कोई आस ना रही तो रामप्यारी की हिम्मत जवाब दे गई...आगे पढ़िए पूरी खबर
स्वास्थ्य सेवाओं की कमी से जूझ रहे पहाड़ में महिलाएं सड़क-जंगलों में बच्चों को जन्म देने को मजबूर हैं। उत्तरकाशी की रहने वाली रामप्यारी को भी इसी पीड़ा से गुजरना पड़ा। रामप्यारी के गांव में सड़क नहीं है। मंगलवार को रामप्यारी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजन उसे लेकर अस्पताल के लिए पैदल ही निकल पड़े। गांव के कच्चे रास्ते पर चलते-चलते रामप्यारी के पैरों में छाले पड़ गए। वो पूरे रास्ते दर्द से तड़पती रही। कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद भी जब मदद की कोई आस ना रही तो रामप्यारी की हिम्मत जवाब दे गई। उसन...
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