रुद्रप्रयाग: बेघर राखी को मिला घर, कभी भूख से हुई थी बेटी की मौत..फरिश्ता बनकर आए ये लोग
जब चारों ओर से इस अभागी महिला का जीवन अंधेरे में चला गया था, उसी बीच उसके जीवन में रोशनी की किरण बनकर आया सामाजिक संगठन जन अधिकार मंच..
आज हम आपको एक ऐसी दलित महिला की दर्दभरी कहानी बताने जा रहे हैं, जिसके जीवन में कष्ट और दुख के सिवाय कुछ नहीं था। उसके पास सिर छुपाने के लिए घर तक नहीं था, जो सिर छुपाने के लिए टूटी फूटी झोपडी थी उसमें न तो रसोई गैस थी न ही पानी का कनेक्शन बिजली तो बहुत दूर की बात थी। वर्षों पूर्व पति की असमायिक मौत उसके जीवन को और अंधेरे में धकेल दिया। दुःख तो मानों उसके सिर पर बादलों की तरह मंडरा रहे थे। सबसे बड़ा सदमा तो उसे तब लगा जब भोजन न मिलने के कारण उसकी 14 वर्ष की बेटी की असमय ही जान चली गई। जब चारों ओर ...
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