उत्तराखंड के रजनीकांत सेमवाल की नई पेशकश, सदियों में बनते हैं ऐसे गीत..देखिए वीडियो
इस गीत में पहाड़ की संस्कृति है, लोकजात की झलक है साथ ही तांदी जैसे लोकनृत्यों की छटा भी है। लोकगीत को देखते हुए दर्शक पहाड़ की संस्कृति में कहीं खो से जाते हैं।
उत्तराखंड की लोक संस्कृति-लोकगीतों की बात ही अलग है। प्रदेश के प्रतिभाशाली युवा कलाकार इन लोकगीतों को अपनी आवाज के माध्यम से विश्वस्तरीय मंचों तक पहुंचा रहे हैं, इन्हें सहेजने के प्रयास में जुटे हैं। एक ऐसे ही प्रतिभावान लोकगायक हैं रजनीकांत सेमवाल। लोकगायक रजनीकांत सेमवाल किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। वो पारंपरिक गीतों को एक अलग कलेवर में पेश करने के लिए जाने जाते हैं। यही उनके गीतों की सबसे बड़ी खासियत है। रजनीकांत...
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