उत्तराखंड: ढोल-दमाऊं के साथ गढ़वाली रैप का तड़का, शानदार है ये नया पहाड़ी गीत..देखिए
रैप ‘पहाड़ी है फील’ हमें बताता है कि पहाड़ी होने के लिए सिर्फ पहाड़ी कपड़े या टोपी पहनना जरूरी नहीं है। ये एक अहसास है, जिसे हमें दिल से महसूस करना चाहिए।
पहाड़ के हुनरमंद युवा पहाड़ी गीतों को एक अलग कलेवर में पेश कर इसे देश-दुनिया के मंच पर प्रमोट कर रहे हैं। आज हम आपको टीम टोर्नाडो का ऐसा पहाड़ी रैप दिखाएंगे, जो आपको खुद के पहाड़ी होने पर गर्व का अहसास कराएगा। कुछ लोगों को रैप कानफोड़ू लगता है, लोकगीतों के साथ एक्सपेरिमेंट्स से उनका गला सूखने लगता है, लेकिन हमारा मानना है कि संगीत एक ऐसी विधा है जिसमें समय-समय पर बदलाव हुए हैं और अगर ये बदलाव अच्छा रिजल्ट देते हैं। युवाओं को पहाड़ की संस्कृति की तरफ खींचते हैं, तो इसमें कुछ बुरा भी नहीं है। इनके...
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