उत्तराखंड: उल्लू की रक्षा के लिए फील्ड स्टाफ की छुट्टी रद्द..तंत्र-मंत्र के नाम होता है बेजुबान का कत्ल
दिवाली नजदीक आते ही उल्लू को लक्ष्मी का वाहन मान मौत के घाट उतार दिया जाता है। तंत्र-मंत्र के लिए उल्लू की बलि दी जाती है। ऐसे में उल्लुओं की जान बचाने के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने खास इंतजाम किए हैं।
दिवाली का त्योहार आ गया है। लोग खुशियां मना रहे हैं, लेकिन हंसी-खुशी के इस माहौल में एक जीव है जिसे अपनी जान की चिंता सता रही है। ये जीव है उल्लू। जिसे मां लक्ष्मी का वाहन माना जाता है। तमाम रोक-टोक के बावजूद लोग पटाखों के कर्कश धमाके से वन्य जीवों की जान से खेल रहे हैं। पटाखों के शोर से पक्षियों ही नहीं हिरण तक की मौत हो जाती है। यही नहीं दिवाली नजदीक आते ही उल्लू को लक्ष्मी का वाहन मान मौत के घाट उतार दिया जाता है। ...Click Here to Read Full Article