गढ़वाल: घर में चल रही थी बेटी की शादी की तैयारियां..तिरंगे में लिपटे आए पिता
अगस्त में ड्यूटी पर लौटते वक्त सूबेदार स्वतंत्र सिंह ने बेटी शिवानी से कहा कि वो फरवरी में घर लौटेंगे और उसके लिए सुयोग्य वर ढूंढेंगे, लेकिन अफसोस कि स्वतंत्र सिंह बेटी के हाथ पीले करने से पहले ही चल बसे।
बेटियां हर घर की रौनक होती हैं, पिता का मान होती हैं। देशभूमि के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले सूबेदार स्वतंत्र सिंह भी अपनी बेटी शिवानी पर जान छिड़कते थे। स्वतंत्र सिंह ने बेटी शिवानी को लाल जोड़े में विदा करने का सपना देखा था, लेकिन भाग्य का खेल देखिए। जिस बेटी को स्वतंत्र सिंह लाल जोड़े में विदा करना चाहते थे, उसी लाडली बेटी को पथराई आंखों से पिता को अंतिम विदाई देनी पड़ी। परिवार को सूबेदार स्वतंत्र सिंह के...
...Click Here to Read Full Article