उत्तराखंड: गैरसैंण की खूबसूरती बढ़ाएंगे चाय के बागान..स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से चाय बागान विकसित करने और उसमें किसानों को सह-मालिक बनाने को कहा। साथ ही चाय विकास बोर्ड का मुख्यालय ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में बनाने का निर्णय भी लिया गया।
पहाड़ वासियों का चाय प्रेम किसी से छिपा नहीं है। भारत में चाय पीने का चलन अंग्रेज लेकर आए थे, लेकिन कुछ ही समय बाद चाय लोगों के ऐसे मुंह लगी कि हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गई। कंपकंपी छुड़ाते, ठंडक भरे दिन चाय के सहारे ही बीत रहे हैं। बात करें उत्तराखंड की तो यहां चाय की बिक्री के साथ इसकी पैदावार बढ़ाने और चाय बगान विकसित करने के लिए भी प्रयास हो रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड सरकार ने एक अहम फैसला लिया है। गुरुवार को चा...
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