उत्तराखंड: लॉकडाउन में घर लौटे प्रवासी, शुरू की स्ट्रौबरी की खेती..10 लाख मुनाफा
पारंपरिक खेती से जहां काश्तकारों को 20 हजार रुपये प्रतिवर्ष की आय होती थी, वहीं स्ट्रॉबेरी की खेती से प्रवासी हर साल दस लाख रुपये तक कमा रहे हैं। विधायक बलवंत भौर्याल ने भी प्रवासियों की मेहनत की सराहना की।
परिश्रम सही दिशा में हो तो मिट्टी से मोती उगाए जा सकते हैं। इस कहावत को सच होते देखना है तो बागेश्वर चले आइए, जहां स्ट्रॉबेरी की खेती प्रवासी ग्रामीणों के जीवन में खुशियों के रंग भरने लगी है। पारंपरिक खेती से जहां काश्तकारों को 20 हजार रुपये प्रतिवर्ष की आय होती थी, वहीं स्ट्रॉबेरी की खेती से प्रवासी हर साल दस लाख रुपये तक कमा रहे हैं। बागेश्वर के कपकोट में स्थित दुर्गम गांवों में स्ट्रॉबेरी की खेती की जा रही है। ...Click Here to Read Full Article