उत्तराखंड: पिता की मौत से टूट चुकी थी रेनू..कड़े संघर्ष के बाद बनी मार्शल आर्ट्स कोच
रेनू की सफलता का सफर आगे बढ़ ही रहा था कि तभी साल 2017 में रेनू के पिता जोत सिंह का अचानक निधन हो गया। पिता की मौत ने उन्हें झकझोर दिया। आगे पढ़िए पूरी खबर
किसी ने सच ही कहा है, संघर्ष जितना कठिन हो, सफलता उतनी ही शानदार होगी। अब चंपावत की रहने वाली रेनू बोरा को ही देख लें। मार्शल आर्ट के क्षेत्र में पहचान बनाने के लिए इस बेटी को न जाने कितने संघर्षों से गुजरना पड़ा। तमाम तरह की परेशानियां झेलनी पड़ीं, लेकिन रेनू को आखिरकार अपना मुकाम मिल ही गया। राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में दो बार पदक जीतने वाली रेनू बोहरा को नेशनल कराटे एकेडमी इंडिया ने ...Click Here to Read Full Article