उत्तराखंड: कनेली-बिसरा गांव के लोगों ने छेड़ा आंदोलन- ‘अब रोड नहीं, तो वोट नहीं’
गांव में सड़क नहीं है, किसी की तबीयत बिगड़ जाए तो डोली से ले जाना पड़ता है। चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद गांव में झांकते तक नहीं।
राज्य गठन के दशकों बाद भी उत्तराखंड के कई गांव विकास की किरण से कोसों दूर हैं। अल्मोड़ा का कनेली-बिसरा गांव इन्हीं गांवों में से एक है। यहां सड़क नहीं है, पीने का पानी नहीं है। रविवार को परेशान ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई। साथ ही कहा कि अगर विधानसभा चुनाव तक गांव में रोड नहीं पहुंची तो वो वोट नहीं देंगे। ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। साथ ही साल 2022 के विधानसभा चुनाव के...
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