उत्तराखंड में परियों का ताल..यहां पूर्णिमा की रात आती हैं परियां, रहस्यों से भरी है कहानी

कहते हैं हर पूर्णिमा की रात यहां परियां स्नान करने आती हैं। कई लोगों ने यहां परियों को देखने का दावा भी किया है, लेकिन आमतौर पर स्थानीय लोग परी ताल से दूर ही रहते हैं। इसकी वजह आपको आगे बताएंगे।

हमारे देश में कल्पना और चमत्कार का बहुत विस्तार रहा है। परियों की कहानियां हमें आज भी खूब लुभाती हैं। आमतौर पर परियां सिर्फ हमारी कल्पनाओं का हिस्सा रही हैं, लेकिन उत्तराखंड में ऐसी कई जगहें हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वहां परियां बसती हैं। टिहरी का खैट पर्वत परीलोक के रूप में पूरी दुनिया में मशहूर है, लेकिन आज हम आपको नैनीताल के परी ताल के बारे में बताएंगे। कहते हैं सरोवर नगरी नैनीताल में कभी 60 ताल थे। आज हममें से ज...
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