तीलू रौतेली सम्मान: अंजना रावत की कहानी..सुबह चाय की दुकान में काम, दिन में करती है पढ़ाई
राज्य स्तरीय सम्मान हासिल करने के बावजूद अंजना अब भी बेहद सादा जीवन जीती हैं। उनकी दिनचर्या सुबह सात बजे अपनी चाय की छोटी सी दुकान से शुरू होती है, और ऐसा पिछले दस सालों से हो रहा है।
जो लोग आकाश की ऊंचाई पर होने के बावजूद अपने पांव जमीन पर टिकाए रखते हैं, उन्हें कभी गिरने का डर नहीं सताता। पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर में रहने वाली अंजना रावत ऐसी ही शख्सियत हैं। 8 अगस्त को अंजना रावत को राज्य स्तरीय तीलू रौतेली सम्मान से नवाजा गया। वो लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं, लेकिन महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में राज्य स्तरीय सम्मान हासिल करने करने के बावजूद अंजना अब भी बेहद सादा जीवन जीती हैं। उनकी दिनचर्या सुबह स...
...Click Here to Read Full Article