उत्तराखंड में तैयार है देश की पहली ग्रास कन्जरवेट्री, बेमिसाल हैं इसकी खूबियां
घास की 90 से ज्यादा प्रजातियों के साथ अल्मोड़ा के रानीखेत (Indias first grass conservatory ranikhet) में तैयार हुआ देश का पहला घास संरक्षण केंद्र-
प्रकृति ने हर चीज बहुत सोच समझ कर बनाई है। पेड़ पौधों से लेकर घास तक हर चीज का अपना महत्व है। इन चीजों का संरक्षण भी हो रहा है।पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में घास का अपना महत्व है। विभिन्न पौधों के बीच घास की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हैं। घास मिट्टी (Indias first grass conservatory ranikhet) की उर्वरता को तो बढ़ाती ही है वहीं भूमि कटाव को भी रोकती है। ताज्जुब की बात है कि पेड़ पौधों का तो संरक्षण किया जा रहा है मगर घास का संरक्षण अबतक देश में कहीं नहीं किया गया है। अच्छी खबर है कि उत्तराखंड ने इसको...
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