उत्तराखंड चुनाव: दिलचस्प है बदरीनाथ विधानसभा सीट का इतिहास, क्या इस बार टूटेगा मिथक?
बदरीनाथ विधानसभा सीट परिसीमन के कारण वर्ष 1998 में अस्तित्व में आई। इस सीट पर जनता ने बीजेपी और कांग्रेस को बारी-बारी से मौका दिया है।
उत्तराखंड में होने वाले हर विधानसभा चुनाव में बदरीनाथ विधानसभा सीट हॉटसीट रही है, और इसके पीछे एक खास वजह है। दरअसल गंगोत्री की ही तरह बदरीनाथ सीट से भी यह मिथक जुड़ा है कि इस सीट से जिस भी दल का विधायक जीता, उस पर भगवान बदरी विशाल की हमेशा कृपा रही। राज्य में उसी दल की सरकार चुनकर आती है। इस सीट पर जनता ने बीजेपी और कांग्रेस को बारी-बारी से मौका दिया है। Uttarakhand Elections 2022: Badrinath assembly Seat परिसीमन के कारण वर्ष 1998 में अस्तित्व में आई। इससे पहले बदरी-केदार विधानस...
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