बागेश्वर के किशन राणा ने खेती से संवारी किस्मत, शानदार हो रही है कमाई
पीएचडी करने के बाद डॉ. किशन के पास सरकारी नौकरी करने का ऑप्शन था, लेकिन उन्होंने सरकारी नौकरी या शहर जाने की बजाय पहाड़ में ही रहने का फैसला किया।
मन में इच्छाशक्ति हो तो मिट्टी में भी सोना उगाया जा सकता है। Story of farmer Kishan Rana of Bageshwar बागेश्वर के गरुड़ क्षेत्र में रहने वाले डॉ. किशन राणा यही कर रहे हैं। उनकी गिनती जिले के प्रगतिशील काश्कारों में होती है। वो सब्जी उत्पादन के जरिए दूसरों के लिए स्वावलंबन की मिसाल बनकर उभरे हैं। डॉ. किशन राणा रिठाड़ गांव के रहने वाले हैं। पीएचडी करने के बाद उनके पास सरकारी नौकरी करने का ऑप्शन था, लेकिन उन्होंने सरकारी नौकरी की ओर मुंह ताकने और मैदान की ओर पलायन करने के बजाय उत्तर...
...Click Here to Read Full Article