आछरियों और जीतू बगड्वाल की कथा जीवंत हो गई, देखिए पांडवाज़ की नई सीरीज़ धुंयाल
Pandavaas new song dhunyaal जीतू बगड़वाल की लोककथा का पहाड़ी जनमानस पर इतना गहरा असर है कि आज भी लोगों को पर्वतों-घाटियों में संगीत न बजाने की चेतावनी दी जाती है।
उत्तराखंड के पर्वतीय अंचलों में जीतू बगड़वाल की लोककथा आज भी चाव से कही और सुनी जाती है। Pandavaas new song dhunyaal टिहरी के रहने वाले लोकनायक जीतू बगड़वाल की बांसुरी की धुन पर मोहित होकर आंछरियां यानि परियां उन्हें अपने साथ ले गई थीं। इस लोककथा का पहाड़ी जनमानस पर इतना गहरा असर है कि आज भी लोगों को पर्वतों-घाटियों में संगीत न बजाने की चेतावनी दी जाती है। जीतू बगड़वाल की लोककथा और पर बने कई लोकगीत आपने सुने होंगे, लेकिन पांडवाज ग्रुप ने अपनी नई सीरीज धुंयाल के पहले गीत में जीतू ...
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