उत्तराखंड: पति बीमार पड़े तो टैक्सी चालक बनी ममता, अपने दम पर चला रही है पूरे घर का खर्च
ममता को दूसरे करियर ऑप्शन छोड़कर टैक्सी चालक क्यों बनना पड़ा। इसके पीछे भी एक कहानी है। आइए जानते हैं।
महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, लेकिन ये भी सच है कि अब भी ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां महिलाओं का प्रतिनिधित्व बेहद कम दिखता है। सार्वजनिक परिवहन ऐसा ही क्षेत्र है। uttarakhand lady driver mamta joshiयही वजह है कि जब कोई महिला हिम्मत कर के ड्राइवर या कंडक्टर बनने का फैसला लेती है, तो हर ओर उसके जज्बे की तारीफ होती है, लोग उनकी मिसाल देते हैं। बागेश्वर के जैनकरास की ममता जोशी ऐसी ही शख्सियत हैं, जिन्होंने कुमाऊं की दूसरी टैक्सी चालक बनकर महिलाओं के लिए एक मिसाल पेश की है।...
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