उत्तराखंड में तस्करों के निशाने पर मासूम बच्चे, 23 साल में 10 हजार से ज्यादा लापता
राज्य गठन के बाद से उत्तराखंड में 10 हजार से ज्यादा नाबालिग (बालक एवं बालिकाएं) लापता हुए। पुलिस इनमें से 96 फीसदी नाबालिगों को ढूंढने में कामयाब रही।
हमारे समाज में बच्चों और महिलाओं को सुरक्षा देने की बात कही जाती है, लेकिन दुर्भाग्य से आज यही वर्ग सबसे ज्यादा असुरक्षित है। 10 thousand minor children missing in Uttarakhand आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अलग राज्य गठन के बाद से उत्तराखंड में 10 हजार से ज्यादा नाबालिग (बालक एवं बालिकाएं) लापता हुए। राहत वाली बात ये है कि इनमें से 96 फीसदी नाबालिगों को ढूंढ कर उनके परिजनों को सौंप दिया गया। प्रदेश में महिलाओं की गुमशुदगी के भी हजारों केस सामने आए हैं। बीते 23 साल में अब तक 11 हजार...
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