उत्तराखंड शहीद संजय बिष्ट को आखिरी सलाम, पार्थिव शरीर से लिपट कर रोई मां, नम हुई आंखें
Uttarakhand martyr Sanjay Bisht बेटे को तिरंगे में लिपटा देखकर मां ने अपनी सुध-बुध खो दी थी। लोगों ने उन्हें बड़ी मुश्किल से संभाला।
शहीद संजय बिष्ट अब हमारी यादों में जिंदा रहेंगे। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद होने वाले संजय बिष्ट को शुक्रवार को अंतिम विदाई दी गई। Uttarakhand martyr Sanjay Bisht बुधवार 22 नवंबर को संजय बिष्ट राजौरी सेक्टर में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हो गए थे। संजय बिष्ट नैनीताल के रहने वाले थे। उनके निधन के पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 28 साल के संजय बिष्ट का पार्थिव शरीर शुक्रवार 24 नवंबर शाम को उनके पैतृव आवास नैनीताल जिले के रातीघाट ग...
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