उत्तराखंड शहीद की पत्नी बोली.. ‘हटा दो मेरे शहीद पति का शौर्य स्मारक, ये कैसा सम्मान है?
उत्तराखंड शहीद की पत्नी को आखिरकार कहना ही पड़ा कि मेरे शहीद पति का आखिर ये कैसा सम्मान है। जानिए क्यों
शहीद का शौर्य स्मारक बना लिया और उसके सामने कूड़ादान रख दिया। उस शहीद की वीरांगना की आंखों में गुस्सा साफ दिख रहा है। हम बात कर रहे हैं टिहरी गढ़वाल के वीर सपूत बिजेन्द्र सिंह चौहान की। साल 1999 में टिहरी के लंबगांव के बिजेन्द्र सिंह चौहान करगिल में शहीद हुए थे। जब शहीद का पार्थव शरीर घर लाया गया था तो पूरे उत्तराखंड की आंखें छलक आई थी। साल 2000 में शहीद बिजेन्द्र की याद में लंबगांव बाजार में शौर्य स्मारक बनाया गया।शहीद की पत्नी बांसुरी देवी का कहना है कि नवंबर में उन्होंने देखा कि उनके शहीद पति...
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