देवभूमि में मकरैण के साथ त्योहारों की शुरुआत..गढ़वाल में गिंदी, कुमाऊं में घुघुतिया..जानिए
उत्तराखंड की परंपरा, संस्कृति को जानने की कोशिश कीजिए। मकरैण के साथ ही देवभूमि में त्योहारों का दौर शुरू हो जाएगा।
उत्तराखंड में मकर संक्रांति के साथ ही त्योहारों और मेलों की शुरुआत हो जाएगी। मकर संक्रांति के मौके पर गढ़वाल और कुमांऊ में जगह-जगह कौथिग का आयोजन किया जाएगा। मेलों की तैयारियां अंतिम चरण में है। पौड़ी में आयोजित होने वाला गेंदी कौथिग यहां की विशेष पहचान है। आधुनिकता के साथ मेलों का पारंपरिक स्वरूप भले ही बदल गया है, लेकिन इसे लेकर लोगों का उत्साह आज भी देखते ही बनाता है।जीवन की भागदौड़ के बीच लोग अपनी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं से कटते जा रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड में पारंपरिक त्योहारों को लेकर...
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