पहाड़ का बहादुर नौजवान...मासूम बच्चे को बचाने के लिए गुलदार से अकेले ही जा भिड़ा
मासूम की जान बचाने के लिए विनोद ने जो किया है उसके लिए मंशा और साहस दोनों की जरूरत होती है...
मतलबपरस्ती की इस दुनिया में आखिर कौन किसी के बारे में सोचता है। हम हर दिन ऐसी खबरों से दोचार होते हैं, जो मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देती है, हमें ये सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि शायद अब इंसानियत दम तोड़ चुकी है, पर ऐसा है नहीं। शुक्र है कि स्वार्थ पर टिकी इस दुनिया में अल्मोड़ा के डूंगरी गांव के विनोद कुमार जैसे युवा भी मौजूद हैं। जिनकी वजह से इंसानियत जिंदा है। ऐसे ही लोगों की वजह से हमारी दुनिया थोड़ी और खूबसूरत बन जाती है। हाल ही में विनोद कुमार उस वक्त सुर्खियों में आ गया, जब वो एक बच्चे को...
...Click Here to Read Full Article