देवभूमि की दुखद दास्तान..जिन बेटों को मां ने भूखा रहकर पाला, उन्होंने ही घर से निकाला दिया
सुमति देवी ने तीन बेटों को पाल-पोसकर बड़ा किया, लेकिन ये तीनों मिलकर एक मां को नहीं पाल सके...
मां तब भी रोती थी जब बेटा खाना नहीं खाता था, मां अब भी रोती है जब बेटा खाना नहीं देता है...हम जिस दौर में जी रहे हैं, वहां ये कहानी आम है। बुजुर्ग माता-पिता बच्चों पर बोझ बन गए हैं, दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं, अब ये कुसंस्कृति पहाड़ में भी पनपने लगी है। घर-संपति मिलने के बाद बेटे बुजुर्ग मां-पिता को बाहर का रास्ता दिखा देते हैं। उत्तरकाशी की सुमनी देवी भी ऐसे ही बदकिस्मत बुजुर्गों में शामिल है। सुमनी देवी के 3 बेटे ह...
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