पहाड़ की किरन को बधाई..संगीत से UGC-NET क्वालीफाई करने वाली अपने जिले की पहली बेटी बनी
काम के अंदाज को कामयाबी का सफर कैसे तय कराया जाता है...ये आप उत्तरकाशी के नगांणगांव की बेटी किरन की कहानी पढ़कर जान सकते हैं।
रास्ते हैं तो मंजिलें हैं, मंजिलें हैं तो हौसला है, हौसला है तो विश्वास है और विश्वास है तो जीत है। जिंदगी का ये फलसफा उत्तरकाशी के नगांणगांव की बेटी किरन चौहान पर फिट बैठता है। एक गांव से निकलकर देश की सबसे टॉप यूनिवर्सिटी में जाना, वहां पहाड़ के विलुप्त हो रहे संगीत पर पीएचडी करना और फिर यूजीसी नेट क्वालीफाई करना। बुलंदी की ये कामयाब कहानी बेमिसाल है। हौसले को अपनी मुट्ठी में भरकर कामयाबी की उड़ान भरने वाली इस बेटी की कहानी भी दिलचस्प है। ...Click Here to Read Full Article