टिहरी झील पर एशिया का सबसे लंबा पुल, सितंबर से शुरू होगी आवाजाही..जानिए खूबियां
टिहरी डैम बनने के बाद अलग-थलग पड़े प्रतापनगर और गाजणा पट्टी के लोग डोबरा-चांठी पुल के खुलने का इंतजार कर रहे हैं...
टिहरी झील ने कम वक्त में ही पर्यटन मानचित्र पर अपनी अलग जगह बना ली है। झील निर्माण के लिए पुराने टिहरी को अपना बलिदान देना पड़ा। लोगों को नई टिहरी में बसाया गया, पर लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हुईं। टिहरी झील निर्माण के बाद प्रतापनगर और उत्तरकाशी जिले के कई इलाके अलग-थलग पड़ गए। संचार साधनों का तो उत्तराखंड में वैसे ही बुरा हाल है। इन इलाकों के लोग कई साल से टिहरी झील पर पुल निर्माण की मांग कर रहे थे। लाखों लोगों की ये मुराद जल्द ही पूरी होने वाली है। ...Click Here to Read Full Article