पहाड़ में ऐसे जिलाधिकारी होने चाहिए..ये बदहाली देखकर DM को आया गुस्सा, लिया सख्त एक्शन
डीएम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो वहां दवाईयों का स्टॉक खत्म मिला, कर्मचारी गायब थे, इसी तरह सरकारी स्कूल की पानी की टंकी में छिपकलियां घूम रही थीं, टॉयलेट भी गंदा था...
शिक्षा और स्वास्थ्य हर नागरिक की जरूरत ही नहीं, उसका अधिकार भी है, पर अफसोस कि पहाड़ में ये दोनों ही सुविधाएं दम तोड़ रही हैं। सरकारी स्कूलों की हालत खराब है, कहीं टीचर नहीं हैं तो कहीं स्कूल भवन। स्वास्थ्य सेवाओं का भी यही हाल है। अस्पताल में डॉक्टर नहीं रहते, डॉक्टर होते हैं तो दवाई नहीं होती, यानि कुल मिलाकर मरीज को इलाज के लिए शहर ही जाना पड़ता है। हाल ही में उत्तरकाशी के डीएम आशीष चौहान ने डुंडा तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सरकारी इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्वा...
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