जय देवभूमि: इस गांव में हर घर के आगे स्वास्तिक बनाती हैं सुहागिन महिलाएं..जानिए ये अनूठी परंपरा

वॉट्सएप-फेसबुक पर निमंत्रण देने वाले लोगों को पहाड़ के भेटा गांव से काफी कुछ सीखने की जरूरत है...
उत्तराखंड के हर क्षेत्र में अलग बोली-भाषा और संस्कृति के दर्शन होते हैं। किसी एक राज्य में अलग-अलग परंपराओं के दर्शन करने हों तो उत्तराखंड से बेहतर कोई जगह नहीं। बदलते वक्त के साथ पुराने रिवाजों पर आधुनिकता का रंग चढ़ने लगा है, लेकिन फिर भी पहाड़ के दूरस्थ गांव आज भी संस्कृति और परंपराओं को सहेजने की जद्दोजहद में जुटे हैं। एक ऐसी ही परंपरा को बचाने का प्रयास पिथौरागढ़ के गरुड़ में हो रहा है। जहां क्षेत्र के...Click Here to Read Full Article