भारत-चीन हिंसक झड़प:..17 दिन की बेटी का चेहरा भी नहीं देख पाए शहीद कुंदन

कुंदन की 17 दिन की बेटी है और वह उसे अपने आंखों से नहीं देख सके। कुंदन गालवन घाटी में तैनात थे।

लद्दाख के गालवन घाटी में चीनी सैनिकों के साथ दो-दो हाथ करते हुए भारतीय सेना के जांबाज़ कुंदन ओझा शहीद हो गए। कुंदन ओझा झारखंड के साहिबगंज के रहने वाले थे। वह 5 महीने पहले अपने घर आए थे और अपने दोस्तों से वादा करके गए थे कि जल्द ही फिर मिलेंगे। कुंदन दुश्मनों से लड़ते-लड़ते शहीद हो गए और अपना वादा नहीं निभा पाए। दुखद बात यह है कि कुंदन की 17 दिन की बेटी है और वह उसे अपने आंखों से नहीं देख सके। कुंदन गालवन घाटी <...
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