उत्तराखंड के पूरन भट्ट..शहर छोड़कर गांव लौटे, खेती और मधुमक्खी पालन से अच्छी कमाई
पूरन भट्ट दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा जैसे शहरों में पंडिताई करते थे। लॉकडाउन के चलते पंडिताई छूटी तो पूरन भट्ट ने दिल्ली भी छोड़ दी और गांव लौटकर अपने बंजर खेतों को संवारने लगे। आगे पढ़िए पूरी खबर
आपदा को अवसर में कैसे बदलना है, ये बात पहाड़ियों से बेहतर भला कौन समझ सकता है। पहाड़ की जिंदगी चुनौतियों से भरी है। यहां रहने वाले लोग ना सिर्फ पहाड़ पर, बल्कि इन चुनौतियों पर जीत हासिल का हुनर भी खूब जानते हैं। अब अल्मोड़ा के पूरन भट्ट को ही देख लें। जो सूर्यमुखी की खेती और मौन पालन कर स्वरोजगार से सफलता की मिसाल बन गए हैं। लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रवासियों की तरह गांव लौटने वाले पूरन भट्ट ने हाथ पर हाथ धरे बैठने की बजाय अपन...
...Click Here to Read Full Article