चमोली आपदा में मौत को छू कर वापस आए विक्रम चौहान...कहा-मां भगवती ने दिया नया जीवन
वे आधे घंटे तक ग्लेशियर के जमा देने वाले पानी में रहे। पानी इतना ठंडा था कि उनको अपना शरीर महसूस ही नहीं हो पा रहा था। उनकी आपबीती सुनकर आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी। Chamoli Disaster: Story of vikram Chauhan chamoli apda
चमोली में आई आपदा के सदमे से समस्त उत्तराखंड अबतक उभर नहीं सका है। 7 फरवरी वह काला दिन था जिस दिन उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटा और देखते ही देखते सब कुछ तबाह हो गया। कई लोग इस आपदा में लापता हो गए हैं और कई लोगों को अपनी जान की कीमत चुकानी पड़ी है। हादसा अचानक ही हुआ जिस कारण कई लोगों को बचने का मौका तक नहीं मिला। कई लोग इस पानी के तेज बहाव में बह गए और उन्होंने इस खतरनाक मंजर को अपनी आंखों से ना केवल देखा बल्कि वे इसका शिकार भी हुए। उन्हीं में से एक हैं विक्रम सिंह चौहान जिनके बारे में आ...
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