उत्तराखंड: इलाज न मिलने से पत्नी और कोख में पल रहे जुड़वा की मौत, धरने पर बैठा पति
गर्भवती पत्नी और दो जुड़वां बच्चों को इलाज के अभाव में खोने वाला लक्ष्मण सिंह अपने दो मासूम बच्चों के साथ बरसात में ही तहसील मुख्यालय धरने पर बैठ गया है।
इस दुनिया में आदमी की जान से बड़ा कुछ भी नहीं है, न ईश्वर, न ज्ञान, न चुनाव....सर्वेश्वर दयाल की यह पंक्तियां इस खबर पर फिट बैठ रही हैं। यह सिस्टम की कमी ही तो है कि आदमी की जान की कीमत कुछ नहीं है। उत्तराखंड बने दो दशक से भी लंबा समय हो चुका है मगर अब तक उत्तराखंड में ना तो सिस्टम सड़क पहुंचा पाया है, ना ही अस्पताल और ना ही मरीजों के लिए पर्याप्त सुविधाएं। ऐसे में नेताओं के मुंह से पहाड़ों के विकास की बात महज एक भद्दा मजाक लगती है। कितने ही निर्दोष लोगों को सिस्टम की लापरवाही के कारण अपनी जान ग...
...Click Here to Read Full Article