नैनीताल के लिए खतरे की घंटी, सबसे ऊंची पहाड़ी पर हो रहा भूस्खलन, आपदा की आहट तो नहीं?

चाइना पीक की पहाड़ी पर भूस्खलन का लंबा इतिहास रहा है। 18 सितंबर 1888 को यहां विनाशकारी भूस्खलन में 150 से ज्यादा भारतीय और ब्रिटिश नागरिकों की मौत हो गई थी।

उत्तराखंड का जोशीमठ शहर भूधंसाव से प्रभावित है। विशेषज्ञ यहां भूस्खलन की वजह का पता लगाने में जुटे हैं, वहीं जोशीमठ जैसी खबरें प्रदेश के दूसरे हिस्सों से भी आ रही हैं। Nainital China Peak landslide इस बार मामला नैनीताल का है, जहां चाइना पीक पर लैंडस्लाइड से पूरा शहर खतरे की जद में है। नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी चाइना पीक की पहाड़ी भूस्खलन से दरक रही है। पहाड़ी से बोल्डर और पत्थर सड़कों पर गिर रहे हैं, जिससे पहाड़ी की तलहटी में रहने वाले लोगों में दहशत है। क्षेत्र मे रहने वाले भूपे...
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