पिथौरागढ़: हैली की बाट जोहते रहे ग्रामीण, फिर 12 किमी पैदल चलकर बचाई मरीज की जान

यहाँ ग्रामीणों ने एक मरीज को 12 किलोमीटर का पैदल सफर करके डोली के सहारे हॉस्पिटल तक पहुँचाया। अक्सर यहाँ पर लोगों की ज़िन्दगी बीमार होने पर डोली के सहारे ही चलती है, कई बार तो मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।

आज भी उत्तराखंड के कई ऐसे गाँव हैं जहाँ पर लोग सड़क से वंचित हैं और उन्हें मीलों का पैदल सफर तय करना पड़ता है चाहे कोई इमरजेंसी हो या कोई काम, डबल इंजन सरकार होने के बावजूद भी बेसिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है।Pithoragarh: Had to Trek 12 km to save patient's lifeपहाड़ों की सुंदरता के साथ-साथ उनकी समस्याएं भी बेहद गंभीर हैं। सरकार और अधिकारी अक्सर बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन समस्याएं जस की तस बनी रहती हैं। धारचूला विकासखंड के मेतली गांव के एक बीमार व्यक्ति ...
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