केदारनाथ आपदा: घाटी के 2 युवा बने तारणहार, घोड़े की लगाम और गमछे से बचाई सैकड़ों की जान

बीते दिनों बादल फटने से क्षतिग्रस्त हुआ केदारनाथ यात्रा पैदल मार्ग पर हजारों की संख्या में तीर्थयात्री फंस गए थे, जिनका लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है।

रेस्क्यू अभियान के दौरान 11,775 यात्रियों और स्थानीय निवासियों को अभी तक सुरक्षित निकाला गया है। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली में नदी के दूसरी तरफ घोड़ा-खच्चर चलाने वाले दो युवा लगभग 1000 से अधिक फंसे यात्रियों के लिए देवदूत साबित हुए।Surendra and Satpal Rescue Thousands Passengers in Kedarnath Disasterबीते 31 जुलाई की शाम 7 बजे से 9 बजे के बीच हुई मूसलाधार बारिश और बादल फटने से केदारनाथ के पैदल मार्ग भीमबली से छोटी लिनचोली के बीच कई स्थानों पर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त ह...
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