चमोली आपदा: अचानक आया मां का फोन..बाल बाल बचे विपुल और उसके 24 दोस्त

7 फरवरी की सुबह 27 वर्षीय विपुल प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे। अचानक उनकी मां का फोन आया। मां घबराई हुई थी और उन्हें बैराज के पास से हट जाने को कह रही थी। आगे पढ़िए पूरी खबर

एक हफ्ते पहले चमोली में आया बेलगाम सैलाब अपने पीछे कई कहानियां छोड़ गया। आपदा में कई लोगों ने जान गंवा दी तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मौत की लहरों से बचने में कामयाब रहे, या कहें कि किस्मत ने इन्हें बचा लिया। कुछ ऐसी ही कहानी विपुल कैरेनी की भी है। तपोवन हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले विपुल और उनके 24 दोस्तों की जान एक फोन कॉल के चलते बच गई। ये फोन कॉल विपुल की मां ने की थी। 7 फरवरी की सुबह 27 ...
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