रुद्रप्रयाग में कुछ नौजवान ऐसे भी हैं, जिन्हें आपकी फिक्र है..मां ‘प्रकृति’ की फिक्र है
वेस्ट मैनेजमेंट की कमी के चलते रुद्रप्रयाग के चोपता क्षेत्र में होटलों द्वारा पहाड़ों पर कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है जिससे चोपता में कूड़े का ढेर लग गया है।
आखिर कौन होगा जो उत्तराखंड के पहाड़ों पर जाना पसंद नहीं करेगा। मगर क्या सच में इन पहाड़ों की असलियत वही है जो दिख रही है? क्या पहाड़ों के साथ हमारा बर्ताव सहनीय है? क्या हम उनकी व्यथा को समझ पा रहे हैं? इसका जवाब खुद पहाड़ों की हालत बयां करती है। हम लगातार प्रकृति का विनाश कर रहे हैं। यह बेहद चिंताजनक और सोचनीय विषय है कि हम कितनी तीव्रता से प्रकृति का विनाश कर रहे हैं। उत्तराखंड के पहाड़ों की हालत सबको पता है। हम पहाड़ पर आने वाले टूरिस्ट्स को ब्लेम करते हैं। हम कहते हैं कि वो साफ-सफाई नहीं रखते और ...
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